26 सितंबर को ऐतिहासिक आक्रोश मार्च की तैयारी: लखनऊ में संगठनों ने दिया अटेवा को समर्थन
लखनऊ, 22 सितंबर – उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में 26 सितंबर को प्रस्तावित आक्रोश मार्च की तैयारियों को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में राज्य के विभिन्न कर्मचारी संगठनों ने हिस्सा लिया और अटेवा (अखिल भारतीय शिक्षक एवं कर्मचारी कल्याण संघ) के संघर्ष को पुरानी पेंशन बहाली के लिए ऐतिहासिक बताया। सभी संगठनों ने इस आंदोलन के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया और मार्च की सफलता के लिए व्यापक जनसंपर्क अभियान चलाने पर जोर दिया।
बैठक के दौरान जीएसटी मिनिस्ट्रियल संघ के प्रदेश अध्यक्ष पद पर निर्वाचित जेपी मौर्य जी और NMOPS (National Movement for Old Pension Scheme) की राष्ट्रीय टीम में रामेन्द्र श्रीवास्तव जी के शामिल होने पर उनका अटेवा द्वारा विशेष स्वागत और सम्मान किया गया।
बैठक में कई प्रमुख कर्मचारी संघों के पदाधिकारी उपस्थित थे, जिनमें चिकित्सा, स्वास्थ्य महासंघ के प्रधान महासचिव अशोक कुमार जी, लेखपाल संघ के प्रदेश अध्यक्ष राम मूरत जी, लुअक्टा के अध्यक्ष डॉ. मनोज पांडेय, पीजीआई नर्सिंग की अध्यक्ष लता सचान, और लोक निर्माण विभाग के महामंत्री शैलेंद्र शुक्ला सहित अन्य संगठन प्रमुख शामिल थे।
अटेवा के प्रदेश महामंत्री डॉ. नीरजपति त्रिपाठी ने सभी संगठनों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि पुरानी पेंशन योजना की बहाली का विश्वास आज अटेवा के निरंतर संघर्ष का परिणाम है। प्रदेश मीडिया प्रभारी डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि विभिन्न कर्मचारी संगठनों द्वारा लगातार समर्थन पत्र जारी किए जा रहे हैं, जिससे यह स्पष्ट हो गया है कि 26 सितंबर का आक्रोश मार्च ऐतिहासिक होगा।
अटेवा और अन्य संगठनों ने कर्मचारियों से आह्वान किया है कि वे 26 सितंबर को अपने-अपने जिला मुख्यालयों पर अधिक से अधिक संख्या में पहुंचकर इस आंदोलन को सफल बनाएं।
हाइलाइट्स:
जीएसटी मिनिस्ट्रियल संघ के जेपी मौर्य और NMOPS के रामेन्द्र श्रीवास्तव का अटेवा द्वारा सम्मान
विभिन्न कर्मचारी संघों का अटेवा के आक्रोश मार्च के प्रति समर्थन
26 सितंबर को उत्तर प्रदेश समेत देशभर में ऐतिहासिक प्रदर्शन की तैयारी।
रिपोर्ट-स्नेह कुमार सिंह कुशवाहा।
