नवरात्रि का दूसरा दिन मां ब्रह्मचारिणी को समर्पित होता है। इस दिन भक्त मां ब्रह्मचारिणी की पूजा करके उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
मां ब्रह्मचारिणी का प्रिय भोग-
मां ब्रह्मचारिणी को चीनी, पंचामृत और सफेद रंग के मिठाइयों का भोग चढ़ाया जाता है। भक्त इन्हें ताजगी से भरी चीजों का भोग अर्पित करके उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
पूजा विधि-
मां ब्रह्मचारिणी की पूजा करने के लिए शुद्ध जल से स्नान करवाकर उन्हें सफेद वस्त्र पहनाएं। इसके बाद फूल, धूप, दीप और चंदन से उनकी पूजा करें। मां को भोग में चीनी और पंचामृत अर्पित करें।
मंत्र-
मां ब्रह्मचारिणी के पूजन में इस मंत्र का जाप करें-
ॐ देवी ब्रह्मचारिण्यै नमः।
इस मंत्र का जाप 108 बार करने से मां प्रसन्न होती हैं और भक्तों को शक्ति और साहस प्रदान करती हैं।
मां ब्रह्मचारिणी की आरती-
पूजा के अंत में मां ब्रह्मचारिणी की आरती जरूर करें। इससे मां का आशीर्वाद प्राप्त होता है और जीवन में सकारात्मकता का संचार होता है।
मां ब्रह्मचारिणी की पूजा से भक्तों को संयम,धैर्य और त्याग की भावना प्राप्त होती है। नवरात्रि के इस दिन मां की उपासना करने से मनुष्य अपने जीवन में कठिनाइयों का सामना करने में सक्षम होता है और उसे विजय की प्राप्ति होती है।